भागलपुर के लोगों के लिए रेलयात्रा करना और भी सुलभ होने वाला है। भागलपुर रेलखंड पर ट्रेनों की रफ्तार अब बढ़ने वाली है। इसी कवायद भी शुरू कर दी गई है। भागलपुर साहिबगंज और किऊल सेक्शन पर दौड़ने वाली सुपरफास्ट और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार 110 किलोमीटर पर ऑवर होने वाली है।
इससे पहले इस रुट पर ट्रेनों की रफ्तार 100 किमी/घंटा थी। जिसे अब 110 किलोमीटर प्रति घंटा करने की सहमती बन गई है। इसके साथ ही मालदा रेलखंड पर भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से यात्रियों का समय बचेगा। यात्री पहले के मुकाबले अपने गंतव्य रेलवे स्टेशन पर जल्दी पहुंच पाएंगे।
बताया जा रहा है कि साहिबगंज-किउल के बीच रेलवे पुराने ट्रैक को बदलने के साथ साथ विद्युतीकरण का काम भी हो चूका है। जिसके बाद इस रुट पर डीजल के जगह इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेने दौड़ने लगी है। हालांकि ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा नहीं हो सका था। लेकिन अब जल्द ही ये कमी भी पूरी कर ली जाएगी।
मालदा रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले साहेबगंज-किउल रेलखंड पर डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेने दौड़ रही हैं। इधर भागलपुर बांका दुमका रेलखंड पर रविवार से छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। इसके साथ ही गया जमालपुर रुट पर भी पैसेंजर ट्रेन भी चलने लगी है।
इससे पहले इस रुट पर ट्रेनों की रफ्तार 100 किमी/घंटा थी। जिसे अब 110 किलोमीटर प्रति घंटा करने की सहमती बन गई है। इसके साथ ही मालदा रेलखंड पर भी ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर भी विचार किया जा रहा है। ट्रेनों की रफ्तार बढ़ने से यात्रियों का समय बचेगा। यात्री पहले के मुकाबले अपने गंतव्य रेलवे स्टेशन पर जल्दी पहुंच पाएंगे।
बताया जा रहा है कि साहिबगंज-किउल के बीच रेलवे पुराने ट्रैक को बदलने के साथ साथ विद्युतीकरण का काम भी हो चूका है। जिसके बाद इस रुट पर डीजल के जगह इलेक्ट्रिक इंजन वाली ट्रेने दौड़ने लगी है। हालांकि ट्रेनों की रफ्तार में इजाफा नहीं हो सका था। लेकिन अब जल्द ही ये कमी भी पूरी कर ली जाएगी।
मालदा रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले साहेबगंज-किउल रेलखंड पर डेढ़ दर्जन से अधिक ट्रेने दौड़ रही हैं। इधर भागलपुर बांका दुमका रेलखंड पर रविवार से छह जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ। इसके साथ ही गया जमालपुर रुट पर भी पैसेंजर ट्रेन भी चलने लगी है।