संयुक्त अरब अमीरात में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मिले सम्मान से पाकिस्तान के एक बार से तिलमिला गया है। जिसके बाद पाकिस्तान एक और फैसला लेकर अपनी जलन की भावना को उजागर कर दिया है।
दरअसल प्रधानमंत्री मोदी को UAE के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘आर्डर ऑफ जायेद’ से नवाजा गया। जिसके बाद पाकिस्तानी सीनेट के चेयरमैन सादिक सांजरानी ने रविवार को खाड़ी देश की अपनी सरकारी यात्रा रद करने की घोषणा की।
एक दिन पहले शनिवार को प्रधानमंत्री को यूएई में सम्मानित किया गया था। यूएई सरकार के आमंत्रण पर सीनेट चेयरमैन 25 से 28 अगस्त तक संसदीय प्रतिनिधिमंडल के साथ दौरे पर जाने वाले थे।
प्रधानमंत्री मोदी को बहरीन ने भी किंग हमद आर्डर ऑफ रेनेसंस (पुनर्जागरण का शाह हमद सम्मान) से नवाजा है। पांच वर्षो के दौरान मुस्लिम देशों से उन्हें छह पुरस्कार मिल चुके हैं। यूएई ने अप्रैल में ही प्रधानमंत्री मोदी को अपना सर्वोच्च सम्मान देने की घोषणा की थी।
इन पुरस्कारों को इस्लामिक दुनिया के साथ भारत के रिश्ते मजबूत करने में प्रधानमंत्री के प्रयासों के रूप में देखा जा रहा है। आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के भारत के लगातार प्रयासों के बीच प्रधानमंत्री मोदी को ये पुरस्कार मिले हैं।
यूएई ने यह कहा है कि इस्लामिक विश्व के साथ नई दिल्ली के रिश्ते पहले से कहीं ज्यादा बेहतर हैं। नई दिल्ली में सरकार के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि मुस्लिम दुनिया से इस तरह का व्यापक समर्थन पाकिस्तान के लिए जोरदार तमाचा है। वह भारत को खास तौर से इस्लामिक देशों से अलग-थलग करने का विफल प्रयास करता रहा है। अनुच्छेद 370 समाप्त किए जाने के बाद उसने काफी हायतौबा मचाई और मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
पीएम मोदी इन दिनों फ्रांस, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन की यात्रा पर हैं। भारतीय प्रधानमंत्री को 24 अगस्त को यूएई के सर्वोच्च नागरिक सम्मान‘ऑर्डर ऑफ जायेद’ से सम्मानित किया गया। पूर्व में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग को इस सम्मान से नवाजा जा चुका है।