गंगा का जलस्तर बढ़ने से भागलपुर में फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। खतरे के निशान से ऊपर बह रही गंगा के वजह से जहां कई गांव जलमग्न हो गए हैं तो वहीं खेतों में लगी हजारों एकड़ की फसल भी बर्बाद हो गई है। बताया जा रहा है कि अब तो पानी नेशनल हाईवे के पास पहुंच गई है। वहीं जिले के कई सड़क व पुल पुलियो पर भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
लोगों का यह कहना है कि अगर एनएच समेत पुल पुलिया क्षतिग्रस्त हो गए हैं तो मुख्यालय से कहलगांव समेत अन्य इलाकों का संपर्क पूरी तरह से टूट जाएगा। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। संपर्क टूटने के बाद शहर के एक हिस्से का हाल किसी टापू जैसी हो जाएगी।
मौजूदा समय की स्थिति की बात करें तो यहां सबाैर के खनकित्ता के पास एक पुलिया बना हुआ है, जहां पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है। वहीं कहलगांव की गेरुआ व काेवा पुल पर भी बाढ़ के पानी के वजह से दबाव बढ़ता जा रहा है। अकबरनगर-शाहपुर स्टेट हाईवे के दोनों तरफ से बाढ़ का पानी पहुंच गया है।
अभी कुछ दिनों पहले ही बनकर तैयार हुए एक पुलिया के पास की सड़क भी मिट्टी धंस गई थी। विभाग ने इसे आनन-फानन में दुरुस्त किया गया। सुल्तानगंज के पैन गांव के पास एनएच-80 को जोड़ने वाली शाहाबाद-विशनपुर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क पर डेढ़ फीट पानी चढ़ गया है। इस वजह से
शाहाबाद, मोतीचक और विशनपुर सहित कई गावों वाहनों का आवागमन बंद हो गया है।