अब तक खतरनाक घाटों की सूची तैयार नहीं 

बिहार वासियों का पसंदीदा और बहुत ही पावन छठ महापर्व नजदीक आ रहा है । इसे लेकर प्रशासन ने तैयारियां भी शुरू कर दी है लेकिन इस बार घाटों पर काम देरी से शुरू हुआ है । कोरोना वायरस की समस्या के साथ ही गंगा के जल स्तर में हुई वृद्धि की वजह से घाटों पर काम बहुत देरी से शुरू हुआ है । पटना के 92 घाटों में से अब तक खतरनाक घाटों की सूची तैयार नहीं हो पाई है । घाटों की अधूरी तैयारी के मद्देनजर प्रशासन ने अब गंगाजल घर घर पहुंचाने का प्लान बनाया है ।

45 टैंकर द्वारा सभी वार्ड तक पहुंचाया जाएगा गंगाजल

घाटों पर युद्ध स्तर पर काम चलाया जा रहा है । इसके साथ ही पार्क व जू में भी घाट बनाया जा रहा है । प्रशासन कोशिश कर रहा है कि सभी वार्डों में और पार्कों में घाट बनाए जाएं । इसी को देखते हुए शहर में गंगाजल को सभी वार्ड तक पहुंचाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है । 45 टैंकर का इस्तेमाल कर शहर के प्रत्येक वार्ड में नहाए खाए के दिन गंगाजल का वितरण किया जाएगा ।

गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि के वजह से हुई देरी

बता दें कि पटना में छठ घाट पर नगर निगम की तरफ से सभी प्रकार की व्यवस्थाएं की जा रही है और पटना के 92 घाटों पर छठ पूजा का आयोजन होता है, जिसमें अभी के समय में 30 से अधिक घाट पर छठ घाट बनाने की प्रक्रिया चल रही है लेकिन गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि की वजह से काम में रुकावट आ रही है ।

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