बहरीन ने मानवीय आधार पर जेलों में बंद 250 भारतीयों को माफी दे दी है और उन्हें रिहा कर दिया जाएगा. यह फैसला ऐसे समय में किया गया जब पीएम नरेंद्र मोदी ने मध्यपूर्व के इस द्वीप देश का आधिकारिक दौरा किया है. प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से किए गए ट्वीट के मुताबिक, ‘दया और मानवीयता दिखाते हुए बहरीन सरकार ने 250 भारतीयों को माफ कर दिया है, जो बहरीन में सजा भुगत रहे थे. पीएम नरेंद्र मोदी ने बहरीन सरकार का आभार जताया है.’
एक अन्य ट्वीट के मुताबिक, ‘प्रधानमंत्री ने विशेषकर बहरीन के शाह और पूरे शाही परिवार का इस दयापूर्ण फैसले के लिए आभार जताया है.’ उन्होंने बहरीन के शाह हमाद बिन इसा अल खलीफा के साथ विभिन्न द्विपक्षीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की. बहरीन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री मोदी और शहजादे खलीफा की मौजूदगी में संस्कृति, अंतरिक्ष, अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) के क्षेत्रों में सहमति-पत्रों (एमओयू) पर दस्तखत किए गए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहरीन की राजधानी मनामा में भगवान श्री कृष्ण के 200 साल पुराने मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए 42 लाख डॉलर की परियोजना का रविवार को शुभारंभ किया। मोदी ने मनामा के श्रीनाथजी मंदिर में प्रार्थना की और प्रसाद चढ़ाया जो उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात में रुपे कार्ड के उद्घाटन के बाद उससे खरीदा था। श्रीनाथजी मंदिर क्षेत्र में सबसे पुराना मंदिर है। यहां उन्हें भारतीय समुदाय के लोगों से भी बात की। प्रधानमंत्री ने इसके बाद पट्टिका का अनावरण किया और इसके साथ ही मंदिर की पुनर्निर्माण परियोजना का अधिकारिक रूप से उद्घाटन हुआ। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट किया, ‘शानदार स्वागत के लिए बहरीन का शुक्रिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनामा स्थित 200 साल पुराने श्रीनाथजी मंदिर में प्रार्थना की, जो क्षेत्र का सबसे पुराना मंदिर है। यह मंदिर बहरीनी समाज के बहुलवाद को दर्शाता है।’
Bahrain: Prime Minister Narendra Modi interacted with the Indian community in Shreenathji Temple in Manama, earlier today. pic.twitter.com/B2FB5SDW95
— ANI (@ANI) August 25, 2019
मनामा में श्रीनाथजी (श्री कृष्ण) मंदिर का पुनर्निर्माण कार्य इस साल आरंभ किया जाएगा। मनामा स्थित इस 200 साल पुराने मंदिर का 42 लाख डॉलर की लागत से 45 हजार वर्ग फुट क्षेत्र में तीन मंजिला भवन के साथ नवीनीकरण किया जा रहा है। पुनर्निर्माण के दौरान मंदिर की 200 साल पुरानी विरासत को रेखांकित किया जाएगा और नए परिसर में गर्भगृह और प्रार्थनाकक्ष होगा।
इसमें पारंपरिक हिंदू विवाह समारोह और अन्य अनुष्ठानों के आयोजन के लिए विशेष सुविधा होगी, ताकि बहरीन को विवाह आयोजन स्थलों के रूप में प्रोत्साहन मिले और पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। मोदी शनिवार को यहां पहुंचे थे। वह बहरीन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं।