कम उम्र की लड़कियों से देह व्यापार के धंधे में विधायक का जिक्र आने से पूरा मामला हाई प्रोफाइल हो गया है। पुलिस भी पूरे मामले की काफी सावधानी व गहनता से जांच कर रही है। हालांकि पुलिस इस मामले में कुछ भी स्पष्ट बताने से परहेज कर रही है।
मालूम हो कि 18 जुलाई को गिरोह के चंगुल से भागकर पुलिस के पास पहुंची किशोरी ने एक विधायक के आवास पर भेजे जाने की बात कही थी। इस मामले में पकड़ी गई संचालिका अनिता देवी ने किशोरी को विधायक के आवास पर भेजे जाने की बात स्वीकार की थी। उसके बाद मामला पूरी तरह सुर्खियों में आ गया है।
यौनवर्धक दवाएं खिलाकर लड़कियों से गंदा काम करवाता था
चर्चित सेक्स रैकेट के धंधे में पकड़ा गया मास्टर माइंड संजय यादव उर्फ पंडित उर्फ जीजा यौनवर्धक दवाओं का धंधा करता था और वही यौनवर्धक दवाएं खिलाकर लड़कियों से गंदा काम करवाता था।
पकड़े गए संजय से अभी तक की पूछताछ में यह बात सामने आई है। इन दवाओं के सेवन के बाद लड़कियां भी आसानी से तैयार हो जाती थी।
उसकी गिरफ्तारी के बाद सामने आई एक लड़की ने उस पर यौनवर्धक दवा खिलाने एवं गंदा काम करवाने का आरोप लगाया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए भोजपुर के पीरो, बक्सर, भभुआ व रोहतास जिले में घूम- घूमकर शक्ति वर्धक दवाएं बेचा करता था। किसी को शक नहीं हो इसलिए अपने साथ में एक बुजुर्ग को भी रखा था। लेकिन, अंतत: पुलिस ने उसे भभुआ के एक होटल से धर दबोचा।
पकड़ा गया संजय नवादा जिला के अकबरपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत सुपौल गांव का निवासी है। पकड़े गए मास्टर माइंड से पूछताछ के दौरान सेक्स रैकेट से जुड़े कई रहस्यों का पर्दाफाश हुआ है। बुधवार को भी उससे अलग-अलग पूछताछ चलती रही। पूछताछ के दौरान उसने आरा जेल में बंद संचालिका अनिता से भी संपर्क होने की बात कबूल की है। उसने यह भी बताया कि वह आर्केस्ट्रा भी चलाया करता था ।
विधायक समेत अन्य रसूखदारों के बारे में पूछताछ
इधर, सूत्रो के अनुसार भोजपुर एसपी सुशील कुमार ने पकड़े गए मास्टर माइंड संजय से रात में करीब तीन घंटे तक गहन पूछताछ की। एसपी ने पूछताछ के दौरान विधायक से लेकर इंजीनियर से संबंधों के बारे में भी जानकारी ली।
इसके अलावे आरा जेल में बंद संचालिका अनीता व उसके सहयोगी संजीत से संपर्क को लेकर भी गहराई से छानबीन की। शराब कारोबारी व डॉक्टर समेत अन्य रसूखदारों के बारे में भी जानकारी जुटाने का प्रयास किया गया। पकड़े गए संजय ने अभी तक की पूछताछ में जेल में बंद अनीता व उसके दलाल संजीत से संबंधों की बात कबूल की है।
लड़की के मोबाइल के सिम नंबर करता था यूज
पुलिस सूत्रों के गिरफ्तार संजय यादव पुलिस से बचने के लिए फेक नंबर यू•ा करता था। वर्तमान में वह उदवतनगर इलाके की एक गांव की लड़की के नाम पर निर्गत सिम प्रयोग कर रहा था। एसआईटी टीम ने पहले मोबाइल सीडीआर के आधार पर पहले लड़की से पूछताछ की। पता चला कि वह सीम नंबर संजय यूज कर रहा है। जिसके आधार पर टीम ने पहले बक्सर और फिर भभुआ में छापामारी की। जहां से वह पकड़ा गया।
दूसरे का पहचान पत्र लेकर होटल में रूका था
सेक्स रैकेट में गिरफ्तार संजय पुलिस को गुमराह करने के लिए भभुआ के एक होटल में दूसरे के पहचान पत्र पर रूका हुआ था। लेकिन इस बार वह पुलिस से नहीं बच सका। भोजपुर से गई डीआईयू व एसआईटी की टीम ने उसे मंगलवार की रात होटल के कमरे से धर दबोचा।
इससे पूर्व भी एसआईटी की टीम मोबाइल सर्विलांस के आधार पर बक्सर रेलवे स्टेशन के पास स्थित एक लॉज में छापामारी की थी, लेकिन पुलिस के हाथ नहीं लग सका था। इसके बाद टीम मोबाइल सर्विलांस के आधार पर ही भभुआ गई थी। जहां से उसे गिरफ्तार कर रात करीब बारह बजे भोजपुर लाया गया। अभी उससे पूछताछ चल रही है।
तीसरे दिन जेल भेजा गया गिरफ्तार इंजीनियर
नाबालिग लड़कियों से देह व्यापार कराने वाले मामले में गिरफ्तार अभियंता अमरेश कुमार सिंह को गहन पूछताछ के बाद बुधवार को तीसरे दिन जेल भेज दिया। हालांकि, पकड़े गए अभियंता ने जेल में बंद संचालिका अनीता के किशोरी के साथ आवास पर आने की बात तो स्वीकार की है। लेकिन, दुष्कर्म किए जाने की बात से इंकार किया है।

मालूम हो कि सोमवार की रात भोजपुर पुलिस ने हाजीपुर उसके ससुराल में छापेमारी कर अभियंता को गिरफ्तार किया था। मंगलवार की सुबह भोजपुर लाया गया था। जहां टाउन थाना में गहन पूछताछ की गई थी।
मूल रूप से रोहतास जिला के नोखा थाना अन्तर्गत शेखपुरवा गांव निवासी अमरेश भोजपुर जिला में लंबे अर्से से कार्यरत रहा है। तरारी प्रखंड से पहले वह शाहपुर एवं बिहिया में भी मनरेगा विभाग में कार्यरत रहा था। इसके अलावा बहुत दिनों पहले एलईओ में भी उसे प्रतिनियुक्त किया गया था। आरा के पकड़ी रोड इलाके में वह किराए का मकान लेकर रहता था।
अभी तक उठाए जा चुके हैं सात लोग
सेक्स रैकेट प्रकरण में अभी तक सात लोग उठाए जा चुके हैं। जिसमें पुलिस संचालिका अनीता, उसके दलाल संजीत तथा अभियंता अमरेश को जेल भेज चुकी हैं। जबकि, मास्टर माइंड संजय से अभी पूछताछ चल रही हैं। तीन को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है।
इनपुट: जे एम बी

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