न्यूजीलैंड की उच्चायुक्त जोएना केम्पकर्स ने कहा कि उनके देश और भारत के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू होना दोनों देशों के संबंधों में मील का पत्थर साबित होगा। जोएना ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा कि अभी भारत और न्यूजीलैंड के बीच सीधी उड़ान नहीं शुरू हुई है। भारत से लोगों को पहले दुबई या आस्ट्रेलिया या पूर्वी एशियाई देश होते हुए न्यूजीलैंड जाना पड़ता है।
 
उन्होंने कहा कि अगर दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवा शुरू हो जाती है तब यह भारत और न्यूजीलैंड के संबंधों में ‘बाजी पलटने वाला’ कदम साबित हो सकता है। जोएना ने कहा कि इससे दोनों देशों के बीच आपसी सम्पर्क में जबर्दस्त वृद्धि होगी। साथ ही पर्यटन, कारोबार में वृद्धि के साथ शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक आदान प्रदान को प्रगाढ़ बनाया जा सकेगा।
 
गौरतलब है कि भारत और न्यूजीलैंड ने दोनों देशों के बीच साल 2016 में सीधी उड़ान सेवा के लिए कोड साझा करने का समझौता किया था। यह समझौता न्यूजीलैंड के तत्कालीन प्रधानमंत्री जान के की भारत यात्रा के दौरान हुआ था। न्यूजीलैंड की उच्चायुक्त ने कहा कि इस संबंध में एयरलाइन से जुड़ा एक विषय है और ‘हम चाहते हैं कि सीधी उड़ान के लिए एयरलाइन आगे आएं।
 
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत की दावेदारी के बारे में जोएना केम्पकर्स ने कहा कि न्यूजीलैंड बहुस्तरीय नियमों पर आधारित व्यवस्था का समर्थन करता है। भारत और न्यूजीलैंड कानून के शासन प्रति सम्मान, साझा मूल्यों तथा लोकतांत्रिक व्यवस्था में आस्था जैसे विषयों को साझा करते हैं।
 
उन्होंने कहा कि ऐसे में हमें पूरी उम्मीद है कि विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत निर्विरोध स्थान प्राप्त करेगा और इसका न्यूजीलैंड समर्थन करता है। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुक्त व्यापार समझौता वार्ता की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर उच्चायुक्त ने कहा कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच व्यापारिक संबंध प्रगाढ़ हैं और इनमें और वृद्धि की संभावना है।
 
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता के बारे में गत कुछ समय से बातचीत चल रही है। उन्होंने कहा कि इसमें कुछ समय लग सकता है लेकिन वह अभी यह नहीं कह सकतीं कि कितना समय लगेगा। भारत और न्यूजीलैंड के बीच मजबूत सांस्कृतिक संबंधों को रेखांकित करते हुए जोएना केम्पकर्स ने कहा कि न्यूजीलैंड की कुल आबादी का 4 प्रतिशत भारतीय समुदाय के लोग हैं।
 
दोनों देशों के बीच पर्यटन काफी बढ़ रहा है। गत साल भारत से 60 हजार पर्यटक न्यूजीलैंड गए थे और न्यूजीलैंड से करीब 66 हजार लोग भारत आए थे। न्यूजीलैंड की उच्चायुक्त ने कहा कि हिन्दी न्यूजीलैंड में चौथी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है जो भारत और न्यूजीलैंड के जुड़ाव को दर्शाती है। न्यूजीलैंड में सबसे अधिक अंग्रेजी बोली जाती है। इसके बाद वहां की स्थानीय भाषा माओरी और सामोआ बोली जाती है।

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