मक्का – हज और उमराह मंत्रालय के जारी बयान के मुताबिक, मशाइर ट्रेन टिकट की लागत 250 सऊदी रियाल (4,519 रूपए) से 400 सऊदी रियाल (7,234 रुपए) तक बढ़ी है.
सऊदी गेजेट के मुताबिक, मशाइर मेट्रो एक शटल ट्रेन है जो सिर्फ पवित्र स्थलों के बीच हज के दौरान चलाई जाती है. मंत्रालय ने हज कंपनियों को वृद्धि के बारे में सूचित किया है और उनसे अपने कंप्यूटर सिस्टम में नई दर दर्ज करने के लिए कहा है.
आपको बता दें कि, हज और उमराह कंपनियों की समन्वय परिषद के सदस्य मोहम्मद साद अल-कुरेशी ने कहा कि ट्रेन चलाने वाली कंपनी ने यह बढ़ोतरी की है. उन्होंने कहा कि ट्रेन चलाने के लिए नगर निगम और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय ने एक नई कंपनी से कॉन्ट्रैक्ट किया था. जिसके तहत यह फैसला लिया गया है.

इस बीच, मंत्रालय ने 20 स्थानीय कंपनियों को  3,465 सऊदी रियाल की लागत से इस साल घरेलू तीर्थयात्रियों को हज मुयासर (आसान तीर्थयात्रा) कराने के लिए चुना है. मंत्रालय ने 57 कंपनियों को कम लागत वाले हज की पेशकश करने के लिए भी चुना है, जिससे 65,00 घरेलू तीर्थयात्रियों को फायदा होगा.
अरब नामा को मिली जानकारी के मुताबिक, ज़ायेरीनों को मक्का में लाइसेंस प्राप्त इमारतों में चार वर्ग मीटर प्रति तीर्थस्थल की जगह रखने के लिए समायोजित किया जाएगा, जबकि अराफात में उन्हें आग प्रतिरोधी वातानुकूलित टेंट में 1.6 वर्ग मीटर प्रति ज़ायेरीन को दी गयी है.
अरब तीर्थयात्रियों के लिए तवाफ प्रतिष्ठान ने नौ ठेकेदारों के साथ 380,000 अरब तीर्थयात्रियों के लिए अराफात में टेंट लगाने के लिए कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर किए गये है. प्रतिष्ठान के निदेशक मंडल के सदस्य अहमद बिन याह्या अहमद ने कहा कि टेंट आग प्रतिरोधी और गर्मी से मुक्त होने चाहिए.

संबंधित विकास में, मक्का ने विकसित करने के लिए प्राधिकरण ने जारौल सुरंग से ग्रैंड मस्जिद तक अक्षम, बीमार और बुज़ुर्ग उमराह तीर्थयात्रियों को परिवहन के लिए 25 कारें दी गयी है. 1,000 मीटर लंबी सुरंग पैदल चलने वालों के लिए है,  लेकिन वाहनों के लिए विशेष ट्रैक हैं.

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