बालू हमारे विकाश गृह निर्माण या कई प्रकार के कन्स्ट्रक्शन कार्य का अटूट हिस्सा है जिसके बिना काम पूरा हो ही नहि सकता। इन दिनो फ़िलहाल बालू से बढ़े हुए रेट के वजह से बड़े बड़े रियल ईस्टेट कम्पनीयो ने भी अपने साइट पर निर्माण कार्य को ठप कर रखा है, सिर्फ़ इस इंतज़ार में की बालू कब सस्ता होगा। आपको बता दें की बीते दिन बिहार के आठ ज़िलों में बालू का खनन एक बार फिर शुरू किया जा रहा है।
 
 
महत्वपूर्ण जानकारी यह है की पुराने टेंडर की अवधि ख़त्म हो चुकी है लेकिन जिन ज़िलों में खनन के लिए आदेश मिले है उन ज़िलों में पहले बदोबस्ती देख रहे कंपनी से 50 फ़ीसद बंदोबस्त शुल्क लेकर अवधि को बढा दिया गया है। यह अवधि  1 अक्टूबर 2021 से लेकर 31 मार्च 2022 तक अब शेष ज़िलों में खनन के लिए खनन निगम के ज़रिए नए सिरे से टेंडर निकाल करके बालू घटो की बंदोबस्ती की जाएगी। जिन ज़िलों में खनन के लिए मंज़ूरी दे दी गयी उनके नाम निमन्न है,
 
नवादा, अरवल, बांका, पश्चिम चंपारण, मधेपुरा, किशनगंज, वैशाली और बक्सर इन ज़िलों में खनन अब शुरू किया जा सकता है। दूसरी ओर अन्य आठ ज़िलों के लिए भी पर्यावरण स्वीकृति मिल चुकी है जल्द की पटना, भोजपुर, सरन, रोहतास, औरंगाबाद, गया, जमुई और लखीसराय में खनन निगम के ज़रिए टेंडर निकाल कर बालू घाटो की बंदोबस्ती शुरू की जाएगी। इसके बाद बालू के क़ीमतों में लगातार गिरावट देखने को मिलेगी।
 

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