बिहार के गोपालगंज में गंडक नदी ने विकराल रूप ले लिया है. गोपालगंज में तटबंध के अंदर बसे छह गांवों का सड़क से संपर्क टूट गया है. सड़क पर तीन से चार फुट तक पानी बह रहा है. रोजमर्रा का सामान खरीदने के लिए लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. सदर प्रखंड के रामनगर, जगीरी टोला, मुंगरहां, मेहंदिया गांव में नाव का इंतजाम नहीं है. पतहरा छरकी पर पानी का दबाव बढ़ गया है. लोगों से ऊंचे स्थानों पर जाने के लिए अपील की गई है.

 

तटबंधों पर पानी के दबाव को रोकने के लिए अभियंताओं की टीम को लगाया गया है. तटबंधों पर दबाव को देखते हुए प्रशासन और विभाग के इंजीनियर अलर्ट हैं. बीते बुधवार की शाम तटबंधों की सुरक्षा का जायजा लेने के लिए जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार अग्रवाल पहुंचे. मौके पर गोपालगंज के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी भी रहे. कई इंजीनियर भी थे. प्रधान सचिव ने अधिकारियों को 24 घंटे तटबंधों की निगरानी रखने का निर्देश दिया. डीएम ने कहा कि जिस तरह से पानी बढ़ रहा है उससे तटबंध के अंदर बसे 28 गांवों पर बाढ़ का खतरा है.

 

जियो ट्यूब स्टर्ड की तकनीकी को सराहा

बुधवार को गंडक नदी में तीन लाख 17 हजार क्यूसेक पानी पार कर गया. नदी वेग अधिक होने के बाद भी पतहरा में जियो ट्यूब स्टर्ड को कोई नुकसान पहुंचा था. प्रधान सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने इसे देख काफी प्रभावित थे. बिहार में जियो ट्यूब स्टर्ड का पहला प्रयोग किया गया है. पहली बार सदर प्रखंड के पतहरा में तटबंध को बचाने के लिए जियो ट्यूब स्टर्ड का प्रयोग किया गया है जो काफी कारगर साबित हो रहा है.

लोगों को होने लगी परेशानी

रामनगर में पैदल सड़क पार करना जोखिम भरा हो गया है. मंगलवार को सड़क पर दो फुट पानी था, जबकि बुधवार की शाम में यहां तीन से चार फुट के बीच पानी बढ़ गया. यहां प्लस-टू स्कूल और मिडिल स्कूल में भी पानी पहुंच गया है जिसके कारण पठन-पाठन ठप हो गया है. सदर प्रखंड के मुंगरहा से लेकर जगीरी टोला पंचायत के 22 टोले में पानी फैल गया है. कमल राय के टोला से लेकर मुंगरहां में पानी ज्यादा है.

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