प्रदूषण के खिलाफ केजरीवाल सरकार एक्शन मोड में आ गई है। दिल्ली कैबिनेट की शुक्रवार को हुई बैठक में कनाट प्लेस में स्मॉग टॅावर लगाने और ट्री प्लांटेशन योजना को मंजूरी दे दी गई। कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने बताया कि राजधानी में लगने वाला स्मॉग टॉवर चीन में लगे टॉवर से अलग होगा। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्मॉग टॉवर होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस तरह से शहर में दो स्मॉग टॉवर होंगे, जिसमें केंद्र सरकार आनंद विहार में एक टॉवर लगा रही है तो दूसरा दिल्ली सरकार लगाएगी। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के लिए अब पेड़ काटने के लिए सिर्फ दस पौधे लगाना ही जरूरी नहीं होगा, बल्कि जितने भी पेड़ कटेंगे उसके 80 प्रतिशत पेड़ को कही अन्य ट्रांसप्लांट करना होगा। इसी शर्त पर पेड़ काटने की इजाजत दी जाएगी।
 
दस महीने में तैयार होगा टावर
मुख्यमंत्री ने बताया कि स्मॉग टॉवर के लिए दिल्ली कैबिनेट ने 20 करोड़ रुपये पास किया है। टॉवर दस महीने में बनकर तैयार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पॉयलट प्रोजेक्ट होगा। इसकी सफलता के बाद राजधानी में कई जगह इसी तरह के स्मॉग टॉवर लगाए जाएंगे। गौरतलब है कि बीते साल सांसद गौतम गंभीर ने भी लाजपतनगर के सावरकर पार्क में एक स्मॉग टॉवर लगवाया है। इससे 750 मीटर दायरे में 80 प्रतिशत प्रदूषण कम करने का दावा किया जाता है।
वैज्ञानिक तरीके से पेड़ को स्थानांतरित किया जाएगा
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि वैज्ञानिक तरीके से पेड़ को स्थानांतरित करने के लिए एजेंसी की सुविधा ली जाएगी। मजबूरी में विकास के लिए पेड़ कटेंगे तो उसमें 80 प्रतिशत को बचाया जाएगा। जो भी इस एजेंसी इस मुहिम से जुड़ेगी उसे ट्रांसप्लांट किए गए 80 प्रतिशत ही पेड़ को जिंदा भी रखना होगा, नहीं तो उसे दिल्ली सरकार पैसा नहीं देगी। एक साल अवलोकन करने के बाद पैसा संबंधित एजेंसी को दी जाएगी।
 
निगरानी कमेटी होगी
दिल्ली को हरा-भरा रखने के लिए दिल्ली सरकार एक कमेटी भी गठित करेगी। इस कमेटी में स्थानीय लोग के साथ लोकल रेजिडेंट वेलफेयर के सदस्य भी शामिल किए जाएंगे।
 
चीन में 330 फीट ऊंचा है स्मॉग टावर
दुनिया का सबसे ऊंचा स्मॉग टॉवर चीन में है। टॉवर की ऊंचाई लगभग 330 फीट है। यह रोज 353 मिलियन घन फीट हवा स्वच्छ करता है।
 

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