दिल्ली की मौजूदा जोनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी ( क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ) में बढ़ रही भीड़ को देखते हुए दिल्ली सरकार चार नई जोनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी खोलने पर विचार कर रही है। अभी तक 13 ट्रांसपोर्ट अथारिटी चल रही हैं। जहां लोग ड्राइविंग लाइसेंस, अंतरराष्ट्रीय ड्राइविंग लाइसेंस, पीएसवी (पब्लिक सर्विस व्हीकल)बैज, वाहनों का पंजीकरण व परिचालक लाइसेंस आदि जारी किए जाने का काम कराते हैं। इन अथारिटी में काम का अत्यधिक बोझ बढ़ चुका है। किसी भी कार्य के लिए दो से तीन माह की वेटिंग चल रही है।
 
इसे गंभीरता से लेते हुए परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत वेटिंग का समय कम करने के निर्देश दे चुके हैं। उनके आदेश के बाद हालात कुछ सुधरे तो हैं, मगर हालात सामान्य नहीं हैं। सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि वर्तमान में वैसे तो सभी अथारिटी में काम का दबाव अधिक है, लेकिन शेख सराय, द्वारका, जनकपुरी और रोहिणी आदि की जोनल ट्रांसपोर्ट अथारिटी में लोगों की भारी भीड़ हो रही है। यहां सबसे ज्यादा वेटिंग लिस्ट है।
 
 

मंत्री ने दिए हैं वेटिंग समय, 45 दिनों से ज्यादा न होने के निर्देश
परिवहन मंत्री गहलोत ने आदेश दिया है कि लर्निग लाइसेंस व परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए वेटिंग समय 45 दिनों से ज्यादा का नहीं होना चाहिए। आने वाले दिनों में अब ज्यादा मौका दिया जाएगा और वेटिंग को कम किया जाएगा। वहीं शिफ्ट को छह घंटे से बढ़ाकर आठ घंटा करने पर भी चर्चा हुई है।
 
 
 

झड़ौदा कलां में भी तैयार है नई ट्रांसपोर्ट अथारिटी
दिल्ली के लोगों को डीएल-15 के नाम से नई ट्रांसपोर्ट अथारिटी झड़ौदा कलां में बनकर तैयार है। इस अथारिटी को 11,890 वर्ग मीटर में तैयार किया गया है। स्टाफ की कमी के कारण अभी तक इसे शुरू नहीं किया जा सका है। द्वारका ट्रांसपोर्ट अथारिटी के कई क्षेत्र को काटकर इस अथारिटी से जोड़ा जाएगा। इसमें कैर, खैरा, मितरओं, पपरावट, तिलंगपुर कोटला, पंडवाला कलां, नजफगढ़, झड़ौदा कलां, ढांसा, ईसापुर, मलिकपुर, राओटा, उजवा, काजीपुर, मुंडेला कलां व गोयला खुर्द आदि इलाके शामिल हैं।

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