अभी अभी मिली एक बड़ी जानकारी बेरोजगार युवाओं में खुशियों को भर देगा. बताया जा रहा है कि बिहार सरकार से युवा 35 हजार का महिना कमा सकते हैं लेकिन इसके लिए उनके पास उचित डिग्री जे साथ साथ ज्ञान भी होना चाहिए. जानकारी के अनुसार अब से प्लस टू स्कूलों में पढ़ाने काम गेस्ट टीचर को दिया जाएगा. कहा जा रहा है कि अंग्रेजी, गणित, विज्ञान, भौतिकी, रसायन शास्त्र जैसे कुछ विषयों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. प्लस टू स्कूलों में चार हजार से अधिक पदों पर अतिथि शिक्षकों को पढ़ाने का मौका दिया जाएगा.

मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी. अब विद्यालय छात्रवृति और मुख्यमंत्री मेधावृति योजना, प्री मैट्रिक छात्रवृति और मुख्यमंत्री मेधावृति योजना की छात्रवृति शिक्षा विभाग द्वारा डीबीटी (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से लाभुकों के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाएगी. यह योजना वित्तीय वर्ष 2018-19 से प्रभावी होगी.

मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कैबिनेट के प्रधान सचिव ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा अंतर्गत जिला परिषद एवं विभिन्न नगर निकायों में स्थित राजकीय, राजकीयकृत तथा माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत उत्क्रमित किए गए उच्च माध्यमिक स्कूलों में विभिन्न विषयों के शिक्षकों के तकरीबन 4257 पद रिक्त हैं.

जिन्हें प्रति घंटे एक हजार रुपये मानदेय दिया जायेगा. मानदेय पद के अनुसार होगा. जो अधिकतम 35 हजार रुपये महीना होगा. इसी प्रकार व्याख्याता को आठ सौ रुपये प्रति घंटी अधिकतम 30 हजार रुपये महीना, अनुदेशकों और प्रयोगशाला सहायकों को चार-चार सौ रुपये प्रतिघंटी या महीने में अधिकतम तेरह और चौदह हजार का मानदेय दिया जा सकेगा.

कहा जा रहा है कि इन विषयों में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों को काफी परेशानी का सामना करना पर रहा था. जबकि इस वजह से छात्र कम संख्या में स्कूल आते थे और उन्हें दुसरे नीजी संस्थानों में जाकर शिक्षा ग्रहण करना पड़ता था. जहां उनसे मोटी फ़ीस बसूल की जाती थी.

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