चाचा की याचिका पर पटना हाईकोर्ट ने भतीजे को नोटिस जारी कर पूछा कि जन्म तिथि में हेराफेर करने के लिए उसे क्यों न सहायक स्टेशन मास्टर के पद से हटा दिया जाए। अदालत ने पूर्वी रेलवे (कोलकाता) के महाप्रबंधक से भी एक महीने में बताने को कहा कि दो बार मैट्रिक परीक्षा देकर जन्म तिथि छिपाने वाले पर क्यों नहीं कार्रवाई हो रही है।

मामला पुनपुन के बैसा में रहने वाले रण विजय कुमार से जुड़ा है। पटना के नेहरू नगर हाउस में रहने वाले सगे चाचा महेन्द्र प्रसाद सिंह ने भतीजे से प्रताडि़त होकर आरोप लगाया है कि उनका गलत तरीके से रेलवे की नौकरी कर रहा है। उनका भतीजा इन दिनों हावड़ा के मोसाग्राम रेलवे स्टेशन में एएसएम के पद कर कार्यरत है। रण विजय कुमार, शहीद राजेन्द्र प्रसाद सिंह राजकीयकृत उच्च विद्यालय पटना से तृतीय श्रेणी में उत्तीर्ण हुआ था। तब उसने अपनी जन्म तिथि 4 जनवरी 1969 बताई थी।

बाद में उसने दोबारा गया के गुरूआ हाईस्कूल से उम्र छिपाकर परीक्षा दी जिसमें उसने अपनी जन्म तिथि 4 जनवरी 1970 बताई। इसी बर्थ सर्टिफिकेट के आधार पर उसने रेलवे की नौकरी पा ली। याचिकाकर्ता ने अब तक लिए गये वेतन की वापसी कराने की भी मांग की है।

गौरतलब है कि बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस हेराफेरी को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का भी आदेश जिला शिक्षा अधीक्षक गया को दिया लेकिन कहीं से कुछ भी नहीं हुआ। मामले की सुनवाई न्यायाधीश मोहित कुमार शाह की पीठ ने की।
इनपुट:JMB

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