भले ही लोगों को रेल बजट में कुछ खास नहीं मिला है लेकिन रेल मंत्रालय ने एक शानदार फैसला लिया है जो आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है. सरकार के इस बड़े फैसले के तहत अब यात्री या उनके परिजन देश के 280 डाकघरों में जाकर रेलवे टिकट ले सकते हैं. इन 280 डाकघरों में रिजर्वेशन काउंटर लगाए हैं. इस बात की जानकारी रेल राज्यमंत्री राजेन गोहेन ने राज्यसभा में भी दी है. उन्होंने बताया है कि भारतीय रेलवे ने डाकघरों में यात्री आरक्षण प्रणाली काउंटर स्थापित करने के लिए डाक विभाग के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है.

रेल राज्यमंत्री ने जानकारी देते हुए यह कहा कि डाकघरों में पीआरएस काउंटर तकनीकी एवं वाणिज्यिक व्यवहार्यता के आधार पर खोला जाता है जहां आसपास कोई रेलवे आरक्षण काउंटर उपलब्ध नहीं होते. उन्होंने कहा कि अभी पूरे देश में लगभग 280 डाकघरों में पीआरएस काउंटर स्थापित किये गये हैं. उन्होंने स्पष्ट करते हुए यह कहा कि आईआरसीटीसी की साइट से आरक्षित टिकटों की ऑनलाइन बुकिंग बेहद लोकप्रिय है. कुल आरक्षित टिकटों का 65 प्रतिशत अब ऑनलाइन बुक किये जाते हैं. उन्होंने डॉक्टर आर लक्ष्मणन के सवाल के लिखित जवाब में उच्च सदन को यह जानकारी दी.

इसके साथ ही रेलवे ने किसी दुर्घटना या आपात स्थिति में सम्पर्क कायम करने के लिए 202 सेटेलाइट फोन्स की खरीद की है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेल ने किसी दुर्घटना या आपदा की स्थिति में संपर्क स्थापित करने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) से 202 सेटेलाइट फोनों की खरीद की है.

राजेन गोहेन के अनुसार मध्य रेलवे के लिए 12, पूर्व रेलवे के लिए 10, उत्तर रेलवे के लिए 15, पूर्वोत्तर रेलवे के लिए नौ, पूर्वोत्तर सीमा रेलवे के लिए 14, दक्षिण रेलवे के लिए 10, दक्षिण मध्य रेलवे के लिए 21, दक्षिण पूर्व रेलवे के लिए 10, पश्चिम रेलवे के लिए 16, पूर्व मध्य रेलवे के लिए 13, पूर्व तट रेलवे के लिए आठ, उत्तर मध्य रेलवे के लिए 15, उत्तर पश्चिम रेलवे के लिए 10, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के लिए नौ, दक्षिण पश्चिम रेलवे के लिए 10 और पश्चिम मध्य रेलवे के लिए 20 सेटेलाइट फोनों की खरीदारी की जा चुकी है.

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