अब से हर साल गणतंत्र दिवस समारोह की शुरुआत 24 जनवरी की जगह 23 जनवरी शुरू होगी। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि इसमें स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की जयंती शामिल की जा सके।

ये दिवस हर साल मनाए जाएंगे

अन्य दिवस जो हर साल मनाए जाने का फैसला लिया गया है उनमें 14 अगस्त को विभाजन विभिषिका स्मरण दिवस, 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस (सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती), 15 नवंबर जनजातीय दिवस (बिरसा मुंडा जंयती), 26 नवंबर को संविधान दिवस और 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस (सिखों के 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह के चार साहबजादों की याद में) शामिल हैं।

24,000 लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति

बताते चलें कि कोरोना महामारी को ध्यान में गणतंत्र दिवस को लेकर इस बार कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं, जिसकी वजह से गणतंत्र दिवस परेड के दौरान 24,000 लोगों को उपस्थित रहने की अनुमति दी गई है। कोविड-19 वैश्विक महामारी संबंधी हालात के मद्देनजर इस बार भी वैश्विक महामारी के कारण मुख्य अतिथि के रूप में विदेश से किसी गणमान्य व्यक्ति को संभवत: आमंत्रित नहीं किया जाएगा। भारत उज्बेकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य और ताजिकिस्तान के नेताओं को आमंत्रित करने की योजना बना रहा है।

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