जम्मू और कश्मीर (Jammu And Kashmir) में अनुच्छेद 370 और अनुच्छेद 35 ए (Article 370 and 35a) हटने के बाद, भारत और पाकिस्तान (India And Paksitan )के बीच पैदा हुई तनाव की स्थिति के बीच संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirates) ने अपने नागरिकों को सलाह दी है कि वे इस क्षेत्र में यात्रा न करें। यूएई ने अपने नागरिकों को जम्मू और कश्मीर की यात्रा को स्थगित करने की सलाह दी है. एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, UAE ने कहा कि जो लोग पहले से इलाके में हैं, वह अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें. यूएई के विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्रालय (MOFAIC) ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, ‘मौजूदा स्थिति के परिणामस्वरूप, विदेश मंत्रालय और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग नागरिकों को जम्मू और कश्मीर राज्य के लिए यात्रा स्थगित करने की सलाह देता है.
 
इससे पहले, अमरनाथ यात्रा को रोकने के बाद और वहां गए पर्यटकों को वापस बुलाने के बीच यूनाइटेड किंगडम की सरकार ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि उसके नागरिक जम्मू और लद्दाख के शहरों को छोड़ कर कश्मीर में यात्रा नहीं करें. यूके द्वारा जारी किए गए ट्रैवेल एडवाइजरी में कहा गया है कि ‘उसके नागरिक जम्मू के शहरों में ही यात्रा करें, जम्मू में हवाई यात्रा करें और लद्दाख के क्षेत्र में ही यात्रा करें। जारी की गई एडवाइजरी में हालिया आतंकी घटनाओं का भी जिक्र किया गया था. इसमें 14 फरवरी को हुए पुलवामा हमले का जिक्र भी था।

जिसमें सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के 40 जवान शहीद हो गए थे. वहीं इस एडवाइजरी पर जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अबदुल्ला ने टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा कि ऐसी ट्रैवल एडवाजरी का असर खत्म करने के लिए सालों लगते हैं लेकिन बीते कुछ दिन राज्य की टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए गहरा धक्का हैं। वहीं जर्मनी ने भी कहा था कि, ‘जम्मू एवं कश्मीर राज्य में हाल के दशकों में और हाल के दिनों में बम हमले हुए हैं, जिसमें कई लोग मारे जा चुके हैं. पूरे क्षेत्र में विदेशियों के खिलाफ हमलों से इनकार नहीं किया जा सकता, जिसमें अपहरण की घटना भी शामिल हो सकती है.’

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