इस हफ्ते नेपाल और बिहार के कुछ हिस्‍सों में भारी बारिश की वजह से अक्‍टूबर के महीने में अचानक आई बाढ़ और तेज बारिश ने बिहार के कुछ जिलों में काफी नुकसान पहुंचाया है। इसके कारण खेतों में पानी भर गए हैं और
धान की फसल को भारी क्षति पहुंची है। अब इसको देखते हुए बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि अतिवृष्टि से फसलों को जो नुकसान हुआ उसके लिए सरकार मुआवजा देगी।

बता दें कि अररिया और किशनगंज जिले के दर्जनों गांव भारी बारिश के कारण बाढ़ के पानी में डूबे पड़े हैं। वहीं खगड़ि‍या में कोसी के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण संतोष व इटवा जलद्वार को भी बंद कर दिया गया। बात करें कि लखीसराय जिले के बड़हिया टाल क्षेत्र में पांच फीट की ऊंचाई तक पानी बह रहा है। इस कारण रबी फसल की बोआई प्रभावित हुई है।

आपको बता दें कि पिछले दो-तीन दिनों में अतिवृष्टि के कारण हुई फसल क्षति को लेकर अब सरकार एक्शन मोड में है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को फसल क्षति को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिया कि वर्षा के कारण फसल क्षति का सभी जिलों में आकलन करें और इस बात का ध्यान रखें कि कोई भी प्रभावित क्षेत्र नहीं छूटे। सभी गांवों में हुई फसल क्षति की जानकारी लें और प्रभावितों को इसका मुआवजा भुगतान सुनिश्चित करें। इससे किसानों को हुए नुकसान से थोड़ी राहत मिलेगी।

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