डीयू को नॉर्थ दिल्ली के सबसे प्रमुख बाजारों में से एक कमला नगर मार्केट से कनेक्ट करने वाली कोल्हापुर रोड को एक बार फिर से केवल पैदल चलने वालों के लिए रिजर्व करने की योजना बनाई जा रही है। अगले कुछ महीनों में इस रोड पर गाड़ियों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी जाएगी। मार्केट में एंट्री जीटी रोड, रोशनआरा रोड और सत्यवती मार्ग से होगी। जो लोग मार्केट में पैदल आएंगे, उनके लिए मार्केट के अंदर नॉन-मोटराइज्ड वीकल चलाए जाएंगे। इसके लिए करीब 16 जगहों पर ई-रिक्शा स्टैंड बनाए जाएंगे। यह पूरा प्रोजेक्ट पीपीपी मोड पर डिवेलप किया जाएगा।
नॉर्थ एमसीडी के मेयर जय प्रकाश के अनुसार जिस तरह से करोल बाग मार्केट में भयंकर भीड़ और ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए अजमल खां रोड को पेडिस्ट्रियन बनाया गया था, उसी तरह से कमला नगर मार्केट में भी भीड़ कम करने का प्लान बनाया गया था। इस प्लान को लागू के लिए इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप करने पर करीब 7-8 करोड़ रुपये का खर्च आ रहा था। लेकिन उस समय एमसीडी के पास इतने पैसे ही नहीं थे। इस वजह से प्लान को बीच में ही रोक दिया गया। अब एक बार फिर इस प्लान को अमलीजामा पहनाने की कोशिश की जा रही है। फंड की समस्या को दूर करने के लिए एमसीडी दो तरीकों पर विचार कर रही है। इसके अनुसार, या तो इन्फ्रास्ट्रक्चर को पीपीपी मोड पर डिवेलप किया जाए या फिर अर्बन डिवलपमेंट फंड का इस्तेमाल करके इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाए। दोनों में से जो भी संभव होगा, उसी तरीके से इस रोड को पैदल यात्रियों के लिए बनाया जाएगा और जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलप किया जाएगा।
मार्केट को कनेक्ट नहीं करने वाली सड़क पर ऑन रोड पार्किंग
एमसीडी के अफसरों का कहना है कि कमला नगर मार्केट को महाराजा अग्रसेन रोड और मंडेला रोड सीधे कनेक्ट करती हैं। ये दोनों सड़कें आगे जीटी रोड, रोशनआरा रोड और सत्यवती मार्ग से जुड़ी हैं। इन्हीं सड़कों से मार्केट में गाड़ियां आती-जाती हैं। कोल्हापुर रोड पर इन दोनों सड़कों से कनेक्टेड है। इसलिए मार्केट में आने-जाने के लिए इन्हीं रास्तों का इस्तेमाल किया जाएगा, जो सड़कें मार्केट से सीधे कनेक्ट नहीं करती हैं। उन पर ट्रैफिक को वन वे किया जाएगा और सड़क के दोनों ओर एक-एक लेन का इस्तेमाल ऑन रोड पार्किंग के लिए किया जाएगा। इसके अलावा जीटी रोड, सत्यवती मार्ग और रोशनआरा मार्ग पर ई-रिक्श स्टैंड भी बनाए जाएंगे, ताकि मार्केट में पैदल आने-जाने वालों को दिक्कत ना हो।

 
दोबारा से करनी पड़ सकती है ट्रैफिक वॉल्यूम स्टडी
गुरुवार को दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कमला नगर मार्केट को पेडिस्ट्रियन बनाने के प्लान को लागू करने के संदर्भ में सभी संबंधित एजेंसियों के अधिकारियों के साथ एक रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें एमसीडी के अलावा ट्रैफिक पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इसी मीटिंग में एमसीडी के अधिकारियों ने इस योजना को पीपीपी मोड पर लागू करने की संभावनाएं तलाशने का सुझाव दिया था, जिसे एलजी ने मंजूरी दे दी है। वहीं एलजी का जोर इस बात पर था कि पैदल आने-जाने वाले लोगों की सहूलयित के लिए मार्केट के अंदर नॉन मोटराइज्ड वीकल्स के अलावा पर्याप्त संख्या में जीरो वेस्ट टॉयलेट्स बनाए जाएं, जगह-जगह स्ट्रीट फर्नीचर लगाया जाए, ग्रीन एरिया डिवेलप किया जाए और पर्याप्त लाइटिंग की भी व्यवस्था हो।
मीटिंग में ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों ने सुझाव दिया कि इस प्लान को लागू करने के लिए पहले 2012 में एक ट्रैफिक वॉल्यूम स्टडी की गई थी और उसी के आधार पर प्लान बनाया गया था, लेकिन बीते 7-8 सालों में दिल्ली में जिस तरह से प्राइवेट गाड़ियों की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है और मार्केट के आस-पास का एरिया भी डिवेलप हुआ है, उसे ध्यान में रखते हुए दोबारा से स्टडी कराई जाए, ताकि कितने वाहन अभी रोज इस मार्केट में आते-जाते हैं, उनकी सही संख्या पता लग सके और उसी के आधार पर इन वाहनों के डाइवर्जन और पार्किंग प्लान को फाइनल किया जा सके।

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