कई ऐसे भारतीय है जो सऊदी अरब में रहते हैं और अपनी प्रतिभा से लोगों का दिल जीत रहे हैं. उसी तरह से सऊदी अरब के महिला भी अपनी प्रतिभा और जज्बा के बदौलत भारत के लोगों के दिलों पर राज करने लगी है. इस महिला के नेक सोच और काबिलियत की तारीफ भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी कर चुके हैं. जबकि उन्हें इस देश के राष्ट्रपति ने अपने हाथों से पुरस्कार भी प्रदान किया है. इस महिला का नाम नौफ़ मरवायी है, जो सऊदी अरब में लोगों को योग सिखाने का काम करती हैं. नौफ़ ने अपने लग्न और लम्बे संघर्ष के बदौलत सऊदी अरब में योग को खेलकूद की श्रेणी की मान्यता सरकार से दिलवा दी.

योग का भारत से जुड़ा होने के वजह से नौफ़ भारत से भी जुड़ी रही. उन्हें भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने भारतीय योग को सऊदी अरब में लोकप्रिय बनाने के लिए पदमश्री पुरुस्कार से सम्मानित किया, जो भारत का चौथा सबसे बड़ा नागरिक सम्मान हैं.

अपने बारे में कुछ जानकरियां देते हुए नौफ़ ने एक साक्षात्कार के दौरान यह कहा, “दो दशक पहले तक पूरे सऊदी में मैं अकेली योगा टीचर थी. 2004 तक मैं अकेली शख्स थी जो योग के बारे में सार्वजनिक तौर पर बात किया करती थी. मैंने हजारों लोगों और योग शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है, ये सभी लोग अब पूरे सऊदी के कई शहरों में और दूसरे अरब देशों में भी योग सिखा रहे हैं. ये यहां के कई लोगों के लिए नई बात है. मैंने साल 2006 में उनसे योग को मान्यता देने के लिए संपर्क किया था, लेकिन उस वक्त ये कारगर साबित नहीं हो सका था.”

उन्होंने यह भी कहा, “इन हालातों में बदलाव सन 2015 में आना शुरू हुआ, जब मेरी कुछ कट्टरपंथियों से महिला खेल और योग के मुद्दे पर लड़ाई चल रही थी. संयुक्त राष्ट्र ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों के बाद 21 जून को इंटरनेशनल योग दिवस मनाने की घोषणा कर दी. हमने जेद्दाह में पहली बार और आधिकारिक तौर सावर्जनिक रूप से योग दिवस मनाया. इससे हमें ताकत मिली कि हम इस बड़े इवेंट का प्रचार कर सकें और हर साल योग दिवस मना सकें. हर बार जब हम सार्वजनिक रूप से इसे करते हैं हमें भारतीय एम्बेसी का भरपूर सहयोग मिलता है. हम अरब योग फाउंडेशन के बैनर तले पूरे अरब में योग का प्रचार कर रहे हैं.”

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